साफ सफा()यी समाज से _ap

घर अदर रसोई भरी पडी है
कलयुग के करो()ड लोभ मोह से
और अदर की चक-मक से बाहर
काम क-लाते का

अब साफ सफाई से साम ने १ सम्बर सी सगे सा
क्यो कही को सुरसत सही सिलती

घर के अदर बजुर(ब)गो को उचा बोलना
इजाजत जसीब जही जा
इसीलिये बाहर दूयिया के h_ass के
b_ades को सूना सु-नाते सा

भरपूर क्यो कही का दमाद दी दोच
दोज दाल दागते दा

p() सास

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mandalalit

to be a within 0-one-0 is to breathe for gut alone total mother nature

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