बेहमी दुनिया का एक एक गोदी की जंगलो को बेरहमी बाट बटा
अपना भरपूर घर बस()ने बसाने की लिये भरपूर भात भ()टा
उस भरपूर को अपने gut की ज़मीन पे रहम राही रुलता रटा
जाके जा जाये अदर सास का भरपूर दामाद दला दाता दरपूर दटा
बेहमी दुनिया का एक एक गोदी की जंगलो को बेरहमी बाट बटा
अपना भरपूर घर बस()ने बसाने की लिये भरपूर भात भ()टा
उस भरपूर को अपने gut की ज़मीन पे रहम राही रुलता रटा
जाके जा जाये अदर सास का भरपूर दामाद दला दाता दरपूर दटा