तुम-हे घर के अदर किसी ने सृष्टि गोदी की इज़्ज़त करनी कही का कहाई
इसी लिये जहा चाह भरपूर मे बरो-बद आधा आयी
अदर बाहर इधर उधर तूतू मे मे भरपूर भाड़ भ-ड़ाई
आखे भी ढूढे भरपूर पहियो पी अदर एक दुनिया (पर)चार-पायी
तुम-हे घर के अदर किसी ने सृष्टि गोदी की इज़्ज़त करनी कही का कहाई
इसी लिये जहा चाह भरपूर मे बरो-बद आधा आयी
अदर बाहर इधर उधर तूतू मे मे भरपूर भाड़ भ-ड़ाई
आखे भी ढूढे भरपूर पहियो पी अदर एक दुनिया (पर)चार-पायी