ख़ाली खून खहो
मस्त मंदर मरो
गोदी के गुण गहो
सांसो से शास्त्र सहो
Category: gut-veda
पूर्ण वि-राम
ख़ाली-मरपूर महा-भारत
आनंद अंदर आत्मा आँचारित
पर(माँ)नन्द पा()चरित्र
सम्पूर्ण स्वीका()र्य
गोदी ख़ाली अणु परिवार
है बनवास अंतर्मन स्वीकार
आधा-आधे ध्यान धरो दी(वा)दार
सृष्टि गोदी हरी(नि)राली आशीर्वाद
शि()कार
आमने सामने का शिकार
चुप छाप ख़ाली मजधार
बुँदियाँ का ख़ाली खुमार
आधा क्या है दिन्दा दिल्ली
नही अदर बाहर त्यार
९ अंत
धरती का १० पुत्र आगे १०० गया
हरी(निर्ण)आली आई सृष्टि गोदी
अणु-पुत्र करुणा
कलयुग का अन्तहकरणा
श्री काल्कि जी का बिंदु ख़ाली नामा
ख़ाली आधा-आधे आमा
ख़ाली स्वालाल
अब स्वालाल एह है की
गोदी का ख़ाली दर ढाई धुंधर अहि आ
अणु-मिट्टी के कण-कण के अंदर
स्मा-धि
सम्पूर्ण देवी की वैशाली-शक्ति शुद्धि
आधे अंदर साँस पूर्ण स्माधि
in(नर)id चलice
is आधा आम _oing t(h_r)oug_
in(नर)id u cha_ice
met-a(o)mor()fo()sis
c_ry_al_is
on-lee a_1 u _ish
13-13
wis
सृष्टि गोदी का ख़ाली परिवार
आधा आम – आधे आम
रवि(हर)वार
आ आ आ
आधे साँसो का ख़ाली जहा(आ)ज
आऔ पधारो तुर्य्य अणु-पुत्र

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