()रम

क()मो के भरपूर दिन हर रोज बदलते है

कम भरपूर बढ़ता ही जाये

उचाईयो के जुरम

gut गोदी का दिन तो सारा ख़ाली हमारा

सगा

भरपूर के पास जिन जिन की दागियो

के सिवाये अपना है ही क्या

गोदी के बच्चो का दुरुपयोग लिए बगैर

भरपूर कर सकता है भरपूर प्यार का इज़हार

gut गोदी का सावन भरपूर के लिये बरसेगा

गोदी के gut का सगा है न