ख़ाली ढंग से सुनते ही नहीं
तो भरपूर से ही भरते भरो
अदर भरने से पहले ही बाहर आ जायेगा
ख़ाली ढंग से सुनते ही नहीं
तो भरपूर से ही भरते भरो
अदर भरने से पहले ही बाहर आ जायेगा
दूयीया का स्मा(दा)ज ही मा-बाप बहिन-भायी
और बच्चो के मरने की धमलिया धारता
तुम्हे तो
गोदी के अंदर
यह सब कुछ अछा आता आ
हमारे बचे क्या तुम्हारे कहने पर ही मा—रेगे
ये रा तो त नहीं केश में मिलता और व छुपा रखा है
दामाद में हवा भारी है की
जब घर की जिदा लाशो की सफाई नही इतनीअदर प्यारी
तो हस-पताल मे क्या भरती मुरदा शरीरो की शायरी
hi बीमा(या)री hi बीमारी hi बीमा(या)री
आना तो है यही बू-ढा शरीर भारी
और जवान है नर की जू-बान अदर उडारी
आधे को तो अंदर जनता नहीं त्यार
फिर कौन दिखाये आधा कब्र है बेकरार
what _ar pro_ein ba_s
for w8 li_ting rit & rit
*
आधे
कीटा-नुयो के अदर से अणुओं
को अंदर-बाहर निकालता
इससे किता को तो
तकलीफ ताजी
आजी
ever-y1 is saeing in()id & 0 here
well
adhe’ really 0 _ood rit & rit 1 enough th_er
gud (eve_y side)
bie bie
emptee i aum
afraid
this good side 0 looks rit bie
till new place comes in for tri
y-u_c_ers y_o
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